भुवनेश्वर। ओडिशा (Odisha) के बालेश्वर जिले में फकीर मोहन स्वायत्त कॉलेज की 20 वर्षीय बीएड छात्रा सौम्यश्री बिसी (Soumya Shree) की आत्मदाह के बाद मृत्यु ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है। इस घटना के विरोध में कांग्रेस और वामपंथी दलों सहित आठ विपक्षी पार्टियों ने 17 जुलाई को ओडिशा बंद का ऐलान किया है।
छात्रा ने 12 जुलाई को कॉलेज परिसर में प्रिंसिपल कार्यालय के सामने खुद को आग लगा ली थी, क्योंकि उसके यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसने एक प्रोफेसर पर मानसिक और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। शिकायत के बावजूद कॉलेज प्रशासन और उच्च शिक्षा विभाग ने उसकी अनदेखी की। 95% जलने के बाद उसे भुवनेश्वर के एम्स में भर्ती कराया गया, जहां 14 जुलाई की रात उसकी मृत्यु हो गई।
ओडिशा में इंसाफ़ के लिए लड़ती एक बेटी की मौत, सीधे-सीधे BJP के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है।
उस बहादुर छात्रा ने यौन शोषण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई – लेकिन न्याय देने के बजाय, उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया, बार-बार अपमानित किया गया।
जिन्हें उसकी रक्षा करनी थी, वही उसे तोड़ते…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2025
राहुल गांधी ने बीजेपी सिस्टम द्वारा हत्या करार दिया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे बीजेपी सिस्टम द्वारा संगठित हत्या करार देते हुए कहा, “छात्रा ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन उसे धमकियां और अपमान सहना पड़ा। यह आत्महत्या नहीं, सिस्टम की हत्या है।” उन्होंने पीएम मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। बीजद नेता नवीन पटनायक ने इसे “संस्थागत विश्वासघात” बताया और कहा कि अगर एक भी व्यक्ति ने जिम्मेदारी ली होती, तो शायद छात्रा की जान बच सकती थी।
बीजेपी मंत्री के इस्तीफे की मांग तेज
विपक्ष ने उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यबंशी सूरज के इस्तीफे और न्यायिक जांच की मांग की है। ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास ने बंद को “नैतिक जिम्मेदारी” बताया। दूसरी ओर, बीजेपी ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि दोषियों को सजा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शोक व्यक्त करते हुए दोषियों को कड़ी सजा का आश्वासन दिया। कॉलेज के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया है और क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी एम्स में छात्रा की स्थिति का जायजा लिया था।