नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर तमाम विपक्षी नेता सवाल उठा रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “अगर भाजपा में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय हो चुका है तो उन्हें रोक कौन रहा है? महाराष्ट्र के अखबार बता रहे हैं कि 95 सीटों पर डाले गए और गिने गए वोटों में अंतर है। करीब 76 सीटें ऐसी हैं, जहां बताया जा रहा है कि गिने गए वोटों की संख्या डाले गए वोटों से कम है। सवाल यह उठता है कि क्या EVM को वोटों में छेड़छाड़ का माध्यम बनाया जा रहा है। यह व्यापक चर्चा का विषय है।”
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, “5 महीने पहले जब चुनाव हुए तब उनके(महाविकास अघाडी) 31 सांसद चुनकर आए तब उन्होंने EVM पर सवाल क्यों नहीं उठाए। तब EVM सही थी? बवंडर खड़ा कर रहे हैं, उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए।” मुख्यमंत्री के चेहरे पर फैसले को लेकर उन्होंने कहा, “सरकार बनाने में कोई देरी नहीं हुई है। अच्छी सरकार बनेगी, जल्दी बनेगी। केंद्रीय नेतृत्व निर्णय करेगा। सामूहिक निर्णय होगा।”
बैलेट पेपर से हों चुनाव: रंजीत रंजन
वहीं, ईवीएम पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन का ने कहा, “एक अभियान जरूर चलाना चाहिए, जो नतीजे आ रहे हैं उनमें कुछ गड़बड़ है, हम किसी को दोष नहीं देंगे लेकिन हम सभी चाहते हैं कि यह मतपत्र पर आना चाहिए, क्योंकि अगर आप अंतरराष्ट्रीय उदाहरण लें, तो भी अधिकांश देश अभी भी मतपत्रों के माध्यम से चुनाव कराते हैं। ईवीएम में गड़बड़ी की गुंजाइश रहती है।”