सड़क की आवाज अब संसद में गूंजेगी- दिल्ली महिला आयोग (DCW) की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इसके बाद उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी। उनके साथ संजय सिंह और एनडी गुप्ता ने भी अपना पर्चा भरा। उन्होंने एक्स पर इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- आज राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन भरा। माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी, मनीष सिसोदिया जी और संजय सिंह जी का आभार, जिन्होंने मुझे ये मौका दिया। 2 करोड़ दिल्लीवासियों की नुमाइंदगी करते हुए संसद में अपनी आवाज बुलंदी से उठाने की कोशिश करूंगी।
स्वाति मालीवाल ने कहा, “मैं बहुत भावुक हूं क्योंकि मैं राज्यसभा चुनाव का नामांकन भरकर आ रही हूं। मैं पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद करती हूं क्योंकि उन्होंने मुझ जैसी आम महिला को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया। पिछले 8 सालों में मैंने दिल्ली महिला आयोग में शिद्दत से काम किया है। जो आवाज महिलाओं के लिए सड़क से गूंजती थी अब वो ही आवाज संसद से गूंजेगी।”
अभी बस शुरुआत हैः स्वाति मालीवाल
इससे पहले उन्होंने बीते 5 जनवरी को उन्होंने दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस दौरान अपने भावुक पलों का वीडियो भी शेयर किया था। उन्होंने पोस्ट किया था- पल दो पल मेरी कहानी है। आज नम आंखों से दिल्ली महिला आयोग को अलविदा कहा। 8 साल कब बीत गये पता नहीं चला। यहां रहते हुए बहुत उतार चढ़ाव देखे। अपना हर दिन दिल्ली और देश की भलाई को समर्पित किया। लड़ाई खत्म नहीं हुई है, अभी बस शुरुआत है।
‘डीसीडब्ल्यू कभी नहीं डरा और सवाल उठाए’
सड़क की आवाज अब संसद में गूंजेगी- स्वाति मालीवाल का कहना था, “पिछले आठ वर्षों में दिल्ली महिला आयोग ने बहुत अच्छा काम किया है। हमने 1 लाख 70 हजार शिकायतों पर सीधे काम किया है। हमने केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को 500 से अधिक सुझाव भेजे हैं। 60,000 यौन उत्पीड़न पीड़िताओं की काउंसलिंग की गई। 181 महिला हेल्पलाइन नंबर पर लगभग 41 लाख कॉल आई। दिल्ली महिला आयोग नहीं डरा और सिस्टम से अहम सवाल उठाए।”
#WATCH दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग (DCW) की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "मैं बहुत भावुक हूं क्योंकि मैं राज्यसभा चुनाव का नामांकन भरकर आ रही हूं… मैं पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद करती हूं क्योंकि उन्होंने मुझ जैसी आम महिला को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया… पिछले 8 सालों… https://t.co/WKKI4RhDTT pic.twitter.com/JOGQF9hnzb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 8, 2024