नई दिल्ली। पहलगाम हमले में शामिल माने जा रहे दो आतंकियों के घरों को शुक्रवार को सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। बिजबेहरा में लश्कर आतंकी आदिल हुसैन थोककर के घर को आईईडी से उड़ा दिया गया, जबकि त्राल में आसिफ शेख के घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई आतंकी नेटवर्क के खिलाफ सरकार के सख्त कदमों का हिस्सा है।
पहलगाम के बाइसरण मीडो, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, में हुए इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। हमले में चार से छह आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें एक नेपाली नागरिक और एक स्थानीय पॉनीवाला सैयद आदिल हुसैन शाह भी मारे गए। शाह ने बहादुरी से आतंकियों का मुकाबला करने की कोशिश की थी।
आदिल शेख ने 2018 में पाकिस्तान की यात्रा की थी
आदिल शेख पर आरोप है कि उसने हमले में पाकिस्तानी आतंकियों की मदद की और लॉजिस्टिक्स को-ऑर्डिनेटर की भूमिका निभाई। खुफिया जानकारी के अनुसार, शेख ने 2018 में अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान की यात्रा की थी, जहां उसे आतंकी प्रशिक्षण दिया गया। वह पिछले साल चुपके से जम्मू-कश्मीर लौटा था।
अनंतनाग पुलिस ने आदिल हुसैन थोकर, अली भाई और हाशिम मूसा नामक तीन लश्कर आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए 20 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। ये तीनों हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल हैं।
भारत ने कूटनीतिक संबंधों पर उठाए सख्त कदम
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंधों पर सख्त कदम उठाए, जिसमें इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और अटारी सीमा बंद करना शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों को कड़ी सजा देने का वादा किया है। यह हमला कश्मीर में पर्यटन और शांति के लिए बड़ा झटका है। स्थानीय लोगों और संगठनों ने हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाई।