पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर भारी गोलाबारी, एक जवान शहीद, 15 नागरिकों की मौत

नई दिल्ली। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर लगातार 14वें दिन गोलीबारी की। कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर के सीमावर्ती गांवों में भारी तोपों और मोर्टार से हमले किए गए। यह हमला भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। इस गोलाबारी में भारतीय सेना के जवान लांस नायक दिनेश कुमार शहीद हो गए, जबकि मंगलवार रात पूंछ और तंगधार में हुई गोलाबारी में 15 नागरिकों की मौत और 43 लोग घायल हो गए।

पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा के करनाह क्षेत्र में बुधवार देर रात नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों पर भागे। पूंछ जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां सभी नागरिक मौतें हुईं। स्थानीय लोगों ने घरों, कांच और दीवारों के मलबे में तब्दील होने की तस्वीरें साझा कीं। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया, जिससे दुश्मन को भारी नुकसान हुआ। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कड़ा जवाब देने के निर्देश दिए हैं।

कई आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला

‘ऑपरेशन सिंदूर’ 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारत ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े ठिकानों को नष्ट किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली में बैठक बुलाई।

कश्मीर विश्वविद्यालय ने 10 मई तक स्थगित कीं परीक्षाएं

कश्मीर विश्वविद्यालय ने 10 मई तक परीक्षाएं स्थगित कर दीं, और जम्मू-कश्मीर के कई स्कूलों को बंद कर दिया गया। पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया, जिससे उड़ानें प्रभावित हुईं। यह गोलाबारी 2021 के युद्धविराम समझौते का उल्लंघन है। भारत ने चेतावनी दी है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाएगा। स्थानीय लोग डर के साए में हैं, और कई गांवों में लोग बंकरों में शरण ले रहे हैं।

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