माले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जुलाई 2025 को अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव पहुंचे, जहां मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने माले हवाई अड्डे पर उनकी गर्मजोशी से अगवानी की। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और मालदीव के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है। मुइज्जू ने पीएम मोदी के साथ हवाई अड्डे पर संक्षिप्त बातचीत की और उन्हें मालदीव की पारंपरिक संस्कृति से परिचित कराया।
राष्ट्रपति मुइज्जू, जिन्हें भारत विरोधी रुख के लिए जाना जाता था, ने हाल के महीनों में भारत के प्रति नरम रवैया अपनाया है। उनकी हालिया भारत यात्रा और विदेश मंत्री एस जयशंकर के माले दौरे के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार देखा गया है। मुइज्जू ने मालदीव में भारत के योगदान, खासकर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामुदायिक विकास कार्यक्रमों की सराहना की। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और मुइज्जू के बीच व्यापार, रक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
56वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल
पीएम मोदी मालदीव के 56वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वह मालदीव की संसद को संबोधित करेंगे और कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिनमें डिजिटल भुगतान प्रणाली और मछली प्रसंस्करण परियोजना शामिल हैं। भारत ने हाल ही में मालदीव को 400 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता और 33,000 टन चावल की आपूर्ति की है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाता है।
मोदी ने एक्स पर लिखा, “मालदीव के साथ भारत का रिश्ता ऐतिहासिक और सांस्कृतिक है। यह यात्रा हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।” मुइज्जू ने भी भारत को “मालदीव का सबसे करीबी सहयोगी” बताया। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा। मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, जो इस रिश्ते को और मजबूत करता है। यह यात्रा क्षेत्रीय स्थिरता और सहयोग के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।