नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने 3,880 करोड़ रुपये से अधिक की 44 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। यह उनकी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद काशी की 50वीं यात्रा थी। पीएम मोदी का लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया।
इसके बाद वे मेहंदीगंज में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे, जहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में वाराणसी ने विकास की नई गति पकड़ी है और यह अब प्राचीनता के साथ-साथ प्रगतिशीलता का भी प्रतीक बन गया है।
सौंदर्यीकरण और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित
इन परियोजनाओं में ग्रामीण विकास, बिजली आपूर्ति, शहरी सौंदर्यीकरण और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पीएम ने 130 पेयजल योजनाओं, 100 नए आंगनवाड़ी केंद्रों, 356 पुस्तकालयों, पिंडरा में एक पॉलिटेक्निक कॉलेज और एक सरकारी डिग्री कॉलेज का उद्घाटन किया। शहरी विकास के तहत शास्त्री घाट और समने घाट के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ रेलवे और वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) की परियोजनाएं शामिल हैं।
चौकाघाट के पास नया 220 केवी सबस्टेशन बनाया जाएगा
इसके अलावा, 25 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई, जिनमें 2,250 करोड़ रुपये की लागत से बिजली बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 15 नए सबस्टेशन, ट्रांसफार्मर और 1,500 किमी नई बिजली लाइनें शामिल हैं। चौकाघाट के पास एक नया 220 केवी सबस्टेशन भी बनाया जाएगा, ताकि 24 घंटे निर्बाध बिजली सुनिश्चित हो सके।
शिवपुर और यूपी कॉलेज में दो नए स्टेडियम की आधारशिला
परिवहन को बेहतर करने के लिए तीन नए फ्लाईओवर और कई सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं की शुरुआत की गई। हवाई अड्डे के विस्तार के लिए सुरंग निर्माण और स्कूलों के नवीनीकरण के साथ-साथ शिवपुर और यूपी कॉलेज में दो नए स्टेडियम की आधारशिला भी रखी गई। पीएम ने कहा कि ये परियोजनाएं वाराणसी को पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे पर केंद्र में ला रही हैं। जनसभा के लिए रिंग रोड पर आयोजन स्थल चुना गया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को सुविधा हो और गर्मी व ट्रैफिक की समस्या से बचा जा सके।
सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी, एसपीजी और एटीएस की टीमें तैनात की गईं। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुचारु रखा गया ताकि जनता को असुविधा न हो। पीएम की यह यात्रा काशी के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।