BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर हिरासत में लिए गए

नई दिल्ली। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को सोमवार तड़के पटना पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सूत्रों के अनुसार, किशोर को पटना के गांधी मैदान से जबरन हटाया गया और पुलिस द्वारा एम्बुलेंस में एम्स ले जाया गया।

समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि पटना पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी किशोर को उनके समर्थकों के भारी विरोध और वंदे मातरम के नारों के बीच भूख हड़ताल स्थल से हटा रहे हैं। इससे पहले, जिला प्रशासन द्वारा किशोर और उनके 150 समर्थकों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि स्थल पर विरोध अवैध िथा।

किशोर 2 जनवरी से आमरन अनशन पर बैठे थे

पटना के जिला मजिस्ट्रेट चन्द्रशेखर सिंह के अनुसार, पटना उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, “गर्दनी बाग में तय स्थान के अलावा किसी अन्य स्थान पर किसी भी धरने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।” 13 दिसंबर को बीपीएससी द्वारा आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर जन सुराज संस्थापक 2 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे हैं।

पुनर्परीक्षा 4 जनवरी को आयोजित हुई थी

हालांकि, BPSC ने 13 दिसंबर की परीक्षा में उपस्थित हुए उम्मीदवारों के एक चुनिंदा समूह के लिए दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया था, जो प्रश्नपत्र लीक के आरोपों में उलझा हुआ था। पुन: परीक्षा 4 जनवरी को पटना के 22 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। कुल 12,012 उम्मीदवारों में से लगभग 8,111 उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए थे। हालांकि, 5,943 छात्र दोबारा परीक्षा में शामिल हुए।

बीपीएससी ने 4 जनवरी को जारी एक बयान में कहा, बिना किसी कदाचार और कदाचार की रिपोर्ट के सभी केंद्रों पर पुनर्परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की गई। किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी मंगलवार को बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर याचिका दायर करेगी।

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