नई दिल्ली। सुपरस्टार रजनीकांत को 3 अक्टूबर को रात करीब 11 बजे चेन्नई के अपोलो अस्पताल से छुट्टी मिल गई। नसों में सूजन के इलाज के लिए एक्टर को अपने हृदय में एक चिकित्सीय प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, ट्रांसकैथेटर विधि का उपयोग करके महाधमनी में एक स्टेंट लगाया गया था। 1 अक्टूबर को एक सफल सर्जरी के बाद वह अस्पताल में दो दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहे।
सूत्रों के मुताबिक, रजनीकांत को उनके डॉक्टरों ने कुछ हफ्तों तक आराम करने की सलाह दी है। उम्मीद है कि डॉक्टरों से अनुमति मिलने के बाद वह निर्देशक लोकेश कनगराज की फिल्म कुली पर काम फिर से शुरू करेंगे। इस खबर पर रजनीकांत के प्रशंसकों ने खुशी जताई और थलाइवर के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
अस्पताल ने जारी किया बुलेटिन
1 अक्टूबर को, अपोलो अस्पताल ने एक मेडिकल बुलेटिन साझा किया, जिसमें लिखा था, “रजनीकांत को 30 सितंबर 2024 को ग्रीम्स रोड स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके हृदय (महाधमनी) को छोड़ने वाली मुख्य रक्त वाहिका में सूजन थी, जिसका इलाज किया गया था।” एक गैर-सर्जिकल ट्रांसकैथेटर विधि द्वारा, वरिष्ठ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. साई सतीश ने महाधमनी में एक स्टेंट लगाया और सूजन को पूरी तरह से बंद कर दिया (एंडोवास्कुलर रिपेयर)। हम उनके शुभचिंतकों और प्रशंसकों को बताना चाहेंगे कि इलाज की प्रक्रिया हमारी योजना के अनुसार हुई। रजनीकांत की हालत स्थिर है और वह दो दिन में घर आ जाएंगे।”