नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को चुनाव आयोग (ईसी) पर 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोपों को तेज करते हुए पारदर्शिता की मांग की। उन्होंने आयोग से सभी राज्यों के हालिया लोकसभा और विधानसभा चुनावों की समेकित, डिजिटल और मशीन-पठनीय मतदाता सूची प्रकाशित करने और महाराष्ट्र के मतदान केंद्रों से शाम 5 बजे के बाद की सीसीटीवी फुटेज जारी करने की मांग की।
राहुल ने एक्स पर लिखा, “चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है। गंभीर सवालों का जवाब बिना हस्ताक्षर वाले, अस्पष्ट नोट्स के जरिए देना उचित नहीं है। यदि छिपाने को कुछ नहीं, तो मेरे लेख के सवालों का जवाब दें।”
70 लाख मतदाता रहस्यमयी तरीके से बढ़े: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित अपने लेख में दावा किया कि महाराष्ट्र चुनाव में धांधली हुई, जिसमें फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया, मतदान प्रतिशत बढ़ाया गया और बीजेपी के पक्ष में लक्षित मतदान हुआ। उन्होंने इसे ‘लोकतंत्र को चुराने का ब्लूप्रिंट’ करार दिया और चेतावनी दी कि यह बिहार जैसे राज्यों में दोहराया जा सकता है। उनके मुताबिक, 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र में 70 लाख मतदाता रहस्यमयी तरीके से बढ़े।
चुनाव आयोग ने आरोपों को बताया बेतुका
चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को ‘बेतुका’ और ‘निराधार’ बताते हुए खारिज किया। आयोग ने कहा कि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी थी और सभी दलों के पोलिंग एजेंट मौजूद थे, जिन्होंने कोई आपत्ति नहीं उठाई। आयोग ने 24 दिसंबर 2024 को कांग्रेस के आरोपों का जवाब अपनी वेबसाइट पर दिया था। उसने कहा कि ऐसी ‘अफवाहें’ लाखों चुनाव कर्मियों और दलों के प्रतिनिधियों का अपमान हैं।
राहुल ने आयोग के जवाब को ‘टालमटोल’ करार दिया और कहा कि पारदर्शिता से ही उसकी विश्वसनीयता बचेगी। इस विवाद ने महाराष्ट्र में कांग्रेस-नीत इंडिया गठबंधन की हार (288 में से 46 सीटें) के बाद उठे सवालों को और हवा दी है। अब नजरें आयोग के अगले कदम पर टिकी हैं।