नई दिल्ली। सैटेलाइट तस्वीरों ने पुष्टि की कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ। इन हमलों में भारतीय वायुसेना ने हवा से छोड़ी जाने वाली क्रूज मिसाइलों (ALCM) का इस्तेमाल किया, जिससे नूर खान, रफीकी, मुरिद, चुनियान, सुक्कुर और रहिम यार खान जैसे पाकिस्तानी वायुसेना ठिकानों को निशाना बनाया गया।
नूर खान एयरबेस, जो रावलपिंडी में इस्लामाबाद से 10 किमी दूर है, को सबसे महत्वपूर्ण ठिकाना माना जाता है। यह पाकिस्तान की मुख्य परिवहन स्क्वाड्रनों का केंद्र है, जहां सी-130 हरक्यूलिस, साब 2000 और आईएल-78 जैसे विमान तैनात हैं।
सैटेलाइट तस्वीरों में नूर खान एयरबेस पर एक ऑपरेशनल भवन और वाहनों को नष्ट हुआ दिखाया गया, जबकि रहिम यार खान एयरबेस के रनवे पर एक बड़ा गड्ढा देखा गया, जिससे यह लगभग अक्षम हो गया। मुरिद एयरबेस, जहां शाहपर, बुर्राक और बायक्तर जैसे ड्रोन तैनात हैं, को भी नुकसान पहुंचा। इन हमलों का उद्देश्य पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को कमजोर करना था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
चीनी सैटेलाइट की तस्वीरों ने व्यापक क्षति की पुष्टि की
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने स्वीकार किया कि नूर खान, मुरिद और रफीकी ठिकानों पर मिसाइलें गिरीं, लेकिन नुकसान को कम बताने की कोशिश की। हालांकि, चीनी सैटेलाइट फर्म मिजाजविजन की तस्वीरों ने व्यापक क्षति की पुष्टि की। भारत ने दावा किया कि उसने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी ठिकानों को भी नष्ट किया।
मध्यस्थता के बाद पाकिस्तान ने किया उल्लंघन
शनिवार को अमेरिकी मध्यस्थता से दोनों देशों ने संघर्षविराम पर सहमति जताई, लेकिन कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने इसे गंभीरता से लेने की चेतावनी दी। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की सटीक कार्रवाइयों ने पाकिस्तान की रक्षा क्षमता को गंभीर झटका दिया है।