नई दिल्ली। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सुप्रीमो और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को उस समय विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने कहा कि सेना देश में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के साथ मिली हुई है। वरिष्ठ राजनेता ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मिलीभगत है और यही कारण है कि वे सीमाओं पर भारी तैनाती के बावजूद भारत में घुसने में कामयाब रहे।
अब्दुल्ला ने कहा, “हमारी सीमाओं पर बड़े पैमाने पर सैन्य तैनाती है, जो यकीनन दुनिया में सबसे बड़ी है। फिर भी इस व्यापक उपस्थिति के बावजूद, आतंकवादी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर रहे हैं। नशीली दवाओं की तस्करी की जाती है। सेना की बड़ी तैनाती के बावजूद ऐसा कैसे हो सकता है? ये सब मिले हुए हैं।” अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
हमारे देश के रक्षा मंत्री को देना चाहिए जवाब: फारूक अब्दुल्ला
अपनी टिप्पणी पर बवाल मचने के बाद अब्दुल्ला ने सफाई देते हुए कहा कि वह केवल इस बात का जवाब चाहते थे कि सैकड़ों की संख्या में ड्रग्स और आतंकवादी देश में कैसे प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “किसी की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। सीमा केंद्र सरकार का विषय है और हमारे गृह मंत्री और रक्षा मंत्री को बोलना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “आतंकवादी, जो लगभग 200-300 हैं, कैसे आए? वे कहां से आए हैं? कोई जिम्मेदार है। कौन दोहरा रहा है? कौन मर रहा ह – हमारे कर्नल, मेजर और सैनिक। यह सब कैसे हो रहा है? केंद्र सरकार पूरे देश को जवाब देना चाहिए।”