जगद्गुरु रामभद्राचार्य- अयोध्या के राम मंदिर में राम लला के शुभ प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सनातन के अनुयायियों और लोगों से भगवान राम के मूल्यों को अपने जीवन में शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “मैं राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सनातन धर्म के सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर कोई भगवान राम की विशेषताओं को अपने जीवन और व्यवहार में अपनाए। आज त्रेता युग की छाया कलयुग पर पड़ रही है। भगवान राम के ‘वनवास’ से अयोध्या लौटने की खुशी जैसी ही खुशी आज महसूस की जा सकती है।” प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने के सवाल पर जगद्गुरु ने कहा, “विनाश काले विपरीत बुद्धि।” उन्होंने कहा कि वह उन पर और अधिक टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
मेरा दिल भरा हुआ है: बाबा रामदेव
प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी योग गुरु रामदेव ने कहा कि यह देश में राम राज्य की एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा, “हम यहां तब आए जब रामलला टेंट में थे। आज एक भव्य मंदिर बन रहा है। आज सनातन का एक नया इतिहास रचा जा रहा है। राम मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा के साथ, ‘राम राज्य’ की एक नई शुरुआत हो रही है।” रामदेव ने कहा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने भी इसी भावना को दोहराया। उन्होंने कहा, “यह भारत के लिए गर्व का दिन है। यह ‘राम राज्य’ की शुरुआत है। मेरा दिल भरा हुआ है। हम भी बहुत खुश हैं।”
बता दें, भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी समारोह में अनुष्ठान कर रहे हैं। इस दौरान कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद हैं, जिन्हें कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया गया था। प्राण प्रतिष्ठा का यह कार्यक्रम दोपहर 1 बजे तक चलेगी।