नई दिल्ली। ओडिशा के बलांगीर जिले की एक 20 वर्षीय आदिवासी महिला ने एक व्यक्ति पर उसके साथ मारपीट करने, जातिवादी टिप्पणी करने और उसे जबरन मानव मल खिलाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। घटना 16 नवंबर की है, जब महिला गांव के तालाब से स्नान कर घर लौट रही थी। उसने आरोप लगाया कि गांव के रहने वाले अभय बाग ने उस पर हमला किया और जातिसूचक गालियां दीं। महिला ने बंगोमुंडा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई।
उसकी शिकायत के अनुसार, बाघ ने उसकी छाती पर वार किया, जिससे वह गिर गई। जब उसकी बुजुर्ग मां ने रोकने का प्रयास किया, तो व्यक्ति ने कथित तौर पर उसका गला घोंटने की कोशिश की और मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया। महिला ने आगे आरोप लगाया कि बाघ ने उसके चेहरे पर मानव मल लगा दिया और उसे जबरन खिलाने का प्रयास किया।
पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी
महिला ने आरोप लगाया कि यह उसकी कृषि भूमि पर ट्रैक्टर चलाने और उसकी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले आरोपी, एक गैर-आदिवासी व्यक्ति के खिलाफ उसके विरोध के प्रतिशोध में था। कांटाबांजी उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) गौरांग चरण साहू ने पुष्टि की कि आरोपी फरार है, लेकिन आश्वासन दिया कि उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
इस घटना से स्थानीय आदिवासी संगठनों में आक्रोश फैल गया है, जो शीघ्र न्याय की मांग कर रहे हैं। आदिवासी कल्याण संघ के सदस्यों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और प्रशासन द्वारा शीघ्र कार्रवाई करने में विफल रहने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।