बेंगलुरु। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल 2025 जीत के जश्न के दौरान भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई और 47 लोग घायल हो गए। कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि यह आयोजन आरसीबी और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) ने आयोजित किया था, जिसमें सरकार ने केवल सहायता प्रदान की। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। आरसीबी और केएससीए ने इस समारोह की मांग की थी और हमने इसे सुगम बनाने का फैसला किया।”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि सरकार ने इस आयोजन के लिए कोई अनुरोध नहीं किया था। उन्होंने कहा, “हमने आरसीबी या केएससीए से उत्सव के लिए कोई अनुरोध नहीं किया। उन्होंने ही इसे आयोजित किया। चूंकि यह बेंगलुरु की टीम थी, इसलिए हमने समारोह में हिस्सा लेना उचित समझा।” उन्होंने इस हादसे को अप्रत्याशित बताया और कहा कि स्टेडियम की क्षमता 35,000 थी, लेकिन 2-3 लाख लोग जमा हो गए। सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे और घायलों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
बीजेपी ने गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने विपक्षी बीजेपी पर इस त्रासदी पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बीजेपी मृतकों के मुद्दे पर राजनीति कर रही है। हमने विजय परेड की अनुमति नहीं दी थी। अगर परेड होती, तो स्थिति और खराब हो सकती थी।” बीजेपी ने सरकार पर भीड़ प्रबंधन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए गृह मंत्री परमेश्वर के इस्तीफे और न्यायिक जांच की मांग की है।
कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई आज दोपहर 2:30 बजे होगी। आरसीबी और केएससीए ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की। यह हादसा आरसीबी की पहली आईपीएल जीत के जश्न को मातम में बदल गया।