नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को हंगामा देखने को मिला, जब कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान दो उद्योगपतियों का जिक्र किया। जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें उन लोगों का उल्लेख करने से रोका। इसके बाद रायबरेली से सांसद ने उद्योगपतियों का नाम लिए बिना उन्हें ‘ए1-ए2’ तो बोल सकता हूं।
केंद्रीय बजट पर लोकसभा में बहस में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने हिंदू महाकाव्य महाभारत का संदर्भ देते हुए कहा कि एक ‘चक्रव्यूह’ ने भारत पर कब्जा कर लिया है, जिसका उद्देश्य बड़े व्यवसायों के एकाधिकार को मजबूत करना, राजनीतिक एकाधिकार की रूपरेखा और गहराई को मजबूत करना है।
राहुल गांधी ने महाभारत का किया जिक्र
उन्होंने कहा, “हजारों साल पहले हरियाणा में, कुरूक्षेत्र में, छह लोगों ने ‘चक्रव्यूह’ में एक युवक अभिमन्यु को मार डाला था। ‘चक्रव्यूह’ में हिंसा और भय होता है। अभिमन्यु को ‘चक्रव्यूह’ में फंसाया गया और मारा गया।” राहुल गांधी महाभारत के एक अध्याय का जिक्र कर रहे थे जहां अभिमन्यु को कौरवों ने धोखे से ‘चक्रव्यूह’ में फंसाकर मार डाला था।
विपक्ष के नेता ने दावा किया कि इस चक्रव्यूह के केंद्र में छह लोग हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और दो उद्योगपति शामिल हैं।
सदन से बाहर के लोगों के बारे में न करें जिक्र: बिरला
स्पीकर ओम बिरला ने इस पर आपत्ति जताई और उन नियमों की ओर इशारा किया जो उन लोगों के खिलाफ टिप्पणी करने की अनुमति नहीं देते जो सदन के सदस्य नहीं हैं। ओम बिरला ने कहा, “आपकी पार्टी के कई सांसदों ने भी मुझे इस सदन के बाहर के लोगों के बारे में किसी भी टिप्पणी की अनुमति न देने के लिए लिखा है। विपक्ष के नेता से कम से कम नियमों का पालन करने की उम्मीद है।”