नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और अमेरिका के बीच के मजबूत संबंध को भारतीय अरबपति गौतम अडानी के खिलाफ रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के मद्देनजर उथल-पुथल से निपटने में मदद करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोपों के बारे में बताया, जिसमें कहा गया कि बिडेन प्रशासन अदानी समूह के अध्यक्ष अदानी के खिलाफ आरोपों से अवगत हैं। 62 वर्षीय अडानी को न्यूयॉर्क में उनके भतीजे 30 वर्षीय सागर अडानी और अन्य अधिकारियों के साथ आकर्षक सौर ऊर्जा अनुबंधों को सुरक्षित करने के लिए कथित अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी योजना में उनकी भूमिका के लिए दोषी ठहराया गया था।
मामले को एसईसी और डीओजी के पास भेजना होगा: प्रवक्ता
जीन-पियरे ने कहा, “हम इन आरोपों से अवगत हैं और मुझे आपको अदानी समूह के खिलाफ उन आरोपों की बारीकियों के बारे में एसईसी (प्रतिभूति और विनिमय आयोग) और डीओजे (न्याय विभाग) के पास भेजना होगा।”
भारत और अमेरिका मजबूत नींव पर खड़े हैं: प्रवक्ता
रिश्वत कांड पर भारत के साथ किसी भी संभावित टकराव को कमतर आंकते हुए उन्होंने कहा, “अमेरिका और भारत के संबंधों पर मैं जो कहूंगी, हम मानते हैं कि यह बेहद मजबूत नींव पर खड़ा है, जो हमारे लोगों के बीच संबंधों और पूर्ण सहयोग पर आधारित है।” प्रवक्ता ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के लचीलेपन पर जोर देते हुए कहा, “इसलिए हमारा विश्वास है और हम इस बारे में आश्वस्त हैं कि हम इस मुद्दे को सुलझाना जारी रखेंगे, जैसा कि हमारे पास अन्य मुद्दों के साथ है जो सामने आए होंगे।”