नई दिल्ली। प्रयागराज में बुधवार तड़के महाकुंभ में भगदड़ मचने से करीब 10 लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह घटना तब हुई जब ‘दूसरे शाही स्नान’ के दिन मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ने के कारण भगदड़ मच गई। यह घटना महाकुंभ के लिए संगम और नदी तटों की 12 किलोमीटर लंबी श्रृंखला के साथ बनाए गए अन्य सभी घाटों पर भारी भीड़ के बीच लगभग 2 बजे हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई लोगों को चोटें आईं, जबकि कई परिवार एक-दूसरे से बिछड़ गए।
अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तीन बार बात की और लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। प्रधानमंत्री स्थिति को सामान्य बनाने और राहत के निर्देश दे रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी आदित्यनाथ से बात की और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया और घायलों को कुंभ के सेक्टर 2 में एक अस्थायी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से संगम में डुबकी लगाने के बाद जगह खाली करने की अपील की है।
अमृत स्नान योजना के अनुसार होगा
अखाड़ों ने पहले घोषणा की थी कि भगदड़ के बाद आज अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है। हालांकि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि भगदड़ के बाद भीड़ कम होने के बाद अखाड़े योजना के अनुसार स्नान करेंगे।