उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में एक मदरसे को बीते दिन यानी गुरुवार को नगर निगम ने गिरा दिया। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह रामनगर कोतवाल समेत 300 से अधिक पुलिसकर्मी और नगर निगम कर्मी घायल हो गए। हिंसा भड़कने से उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को जला दिया। उपद्रवियों ने एक ट्रांसफार्मर में आग लगा दी। इससे इलाके में बिजली सप्लाई ठप हो गई। इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई है। इसमें उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया है।
पुलिस की जीप समेत कई वाहनों में लगाई आग
उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना समेत पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ियां, समेत कई दो पहिया वाहन भी फूंक दिए। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज के बाद भी जब हालात काबू नहीं आए, तो सबसे पहले अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए मौके से भाग गए। पुलिस और निगम टीम जैसे-तैसे वहां से निकली इसके बाद प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए, जिसमें पिता पुत्र समेत 6 लोगों की गोली लगने से मौत हो गई।
फिलहाल शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और शहर में इंटरनेट सेवाएं भी पूरी तरह से बंद कर दी गई है। बिगड़ते हालातों को देखते हुए अधिकारी ने फैसला किया है कि शुक्रवार को स्कूल बंद रहेंगे।
लगाना पड़ा कर्फ्यू और चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती
इस हिंसा पर नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हल्द्वानी में हुई यह हिंसा एक प्लानिंग के तहत हुई है, क्योंकि टीम पर हमले के लिए पहले से ही पत्थर रखे गए थे। हिंसा की वजह से शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती भी की गई है। डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही विभिन्न स्थानों से अतिक्रमांक हटाने की कानूनी प्रक्रिया की जाएगी।