नई दिल्ली। राम नवमी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के रामेश्वरम में भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री रेल पुल, पंबन ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, यह 2.08 किलोमीटर लंबा पुल रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ेगा और इसे 550 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह आधुनिक इंजीनियरिंग का एक शानदार नमूना है, जो 110 साल पुराने जर्जर हो चुके ब्रिज की जगह लेगा।
पंबन ब्रिज में 99 स्पैन और एक 72.5 मीटर का वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है, जो 17 मीटर की ऊंचाई तक उठ सकता है। यह सुविधा बड़े जहाजों को बिना किसी रुकावट के गुजरने की अनुमति देती है, साथ ही ट्रेन सेवाओं को निर्बाध रूप से चलाने में मदद करती है। पुराने ब्रिज में जहाजों के लिए रास्ता बनाने में 25-30 मिनट लगते थे, जबकि नया पुल इसे मात्र 5 मिनट में कर देगा। यह स्टेनलेस स्टील, उच्च गुणवत्ता वाले पेंट और वेल्डेड जोड़ों से बना है, जो इसे समुद्री वातावरण में टिकाऊ बनाता है।
रामेश्वरम को इस पुल से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी
रामेश्वरम, जो हिंदू धर्म में चार धामों में से एक है, को इस पुल से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह पुल न केवल तीर्थयात्रियों के लिए, बल्कि व्यापार और पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। उद्घाटन के दौरान, मोदी रामेश्वरम-तमबरम (चेन्नई) ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे और एक कोस्ट गार्ड जहाज को भी रवाना करेंगे, जब वर्टिकल लिफ्ट स्पैन ऊपर उठेगा। इसके बाद, वे रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे, जो रामायण से जुड़ा एक पवित्र स्थल है।
8300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण
इसके अलावा, मोदी तमिलनाडु में 8300 करोड़ रुपये से अधिक के रेल और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इनमें राष्ट्रीय राजमार्गों के कई खंड शामिल हैं, जो क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगे। यह आयोजन भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे ‘आधुनिकता और प्रगति का प्रतीक’ बताया है। यह पुल तेज गति वाली ट्रेनों और बढ़ते यातायात को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो रामेश्वरम जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र को देश से जोड़े रखेगा।