दिल्ली एम्स ने एक पांच साल की बच्ची की होश में ही ब्रेन सर्जरी कर इतिहास रच दिया है। बच्ची को ब्रेन के बाएं हिस्से में ट्यूमर था, जिसे एम्स ने सर्जरी कर रिमूव कर दिया। इसके साथ ही बच्ची दुनिया की पहली ऐसी शख्स बन गई है, जिसका होश में रखते हुए सफलतापूर्वक सर्जरी हुआ है। एम्स प्रशासन ने बताया कि बच्ची ने इस पूरी प्रक्रिया में काफी सहयोग किया और अंत में ऑपरेशन के बाद भी वह ठीक रही। एम्स ने बताया कि न्यूरो एनेस्थिसिया और न्यूरोरेडियोलॉजी टीम ने ब्रेन के एमआरआई का बढ़िया तरीके से अध्ययन किया और सभी सदस्यों ने सर्जरी के दौरान टीम वर्क में अच्छा काम किया।
एम्स दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची की होश में ही ब्रेन सर्जरी करने के बाद अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर मिहिर प्रकाश पांड् ने बताया, “यह हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था। हम वयस्क रोगियों में ‘अवेक क्रैनियोटॉमी’ करते हैं, लेकिन बहुत छोटे बच्चे में इसे करवाना बहुत मुश्किल काम है। हमारे लिए ये बहुत चुनौतीपूर्ण काम है। सर्जरी के बीच में मरीज को तेज दर्द भी हो सकता है। इसे संभालना मुश्किल हो जाता है और फिर हम इसे सामान्य एनेस्थीसिया में बदलना होगा।
होश में सर्जरी करना बहुत ही जटिल काम थाः डॉक्टर
उन्होंने कहा कि सर्जरी के बीच में सामान्य एनेस्थीसिया देना कोई आसान काम नहीं है और काफी जटिल प्रक्रिया है। तो कुल मिलाकर, यह हमारे लिए एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण मामला था, लेकिन जोखिम-लाभ को ध्यान में रखते हुए, हम ‘अवेक क्रैनियोटॉमी’ के साथ आगे बढ़े।
दिल और न्यूरो की ओपीडी सेवाएं नए ब्लाक में स्थानांतरित
वहीं एम्स में इलाज के लिए पहुंचने दिल व न्यूरो की बीमारियों के मरीजों के लिए नए वर्ष में एक अच्छी खबर है। एम्स प्रशासन ने आखिरकार कार्डियक न्यूरो सेंटर (सीएनसी) को ओपीडी सेवाओं के संचालन के लिए मस्जिद मोठ स्थित नए ओपीडी ब्लॉक में जगह आवंटित कर दी है, इसलिए जल्द ही दिल व न्यूरो की बीमारियों की ओपीडी सीएनसी से नए ओपीडी ब्लॉक में स्थानांतरित हो जाएगी।