नई दिल्ली। 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर गुकेश डोमराजू ने प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। इसके साथ ही वह इस साल के अंत में विश्व चैंपियनशिप के लिए चुनौती देने का अधिकार भी हासिल कर लिया। कनाडा के टोरंटो में 14-राउंड के रोमांचक कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के अंत में भारत का किशोर एकमात्र विजेता बनकर उभरा। वर्ष के अंत में विश्व खिताब के लिए गुकेश का सामना मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन से होगा।
डी गुकेश ने रविवार को अमेरिका के ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामुरा के खिलाफ अपना अंतिम दौर का मैच काले मोहरों से ड्रॉ खेला। कैंडिडेट्स का खिताब सुरक्षित करने के लिए गुकेश को आखिरी दिन बस इतना ही चाहिए था, क्योंकि ग्रैंडमास्टर्स फैबियानो कारूआना और इयान नेपोमनियाचची के बीच का खेल रोमांचक ड्रॉ पर समाप्त हुआ। कैंडिडेट्स का फाइनल मैच समाप्त होने के तुरंत बाद, टोरंटो के ग्रेट हॉल में जोरदार जयकारे सुनाई दिए।
17-year-old Indian prodigy 🇮🇳 Gukesh D makes history as the youngest-ever player to win the #FIDECandidates! 🔥
📷 Michal Walusza pic.twitter.com/xyAoRceiTE
— International Chess Federation (@FIDE_chess) April 22, 2024
साल के अंत में डिंग लिरेन से सामना
गुकेश के पास इस साल के अंत में डिंग लिरेन को चुनौती देकर सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनने का अवसर होगा। मैग्नस कार्लसन और गैरी कास्पारोव 22 वर्ष के थे, जब वे विश्व चैंपियन बने। गुकेश विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स शतरंज जीतने वाले दूसरे भारतीय बने और अपने गुरु के बाद एक दशक के बाद विजयी होने वाले पहले भारतीय बने।
Congratulations to @DGukesh for becoming the youngest challenger. The @WacaChess family is so proud of what you have done . I’m personally very proud of how you played and handled tough situations. Enjoy the moment
— Viswanathan Anand (@vishy64theking) April 22, 2024
विश्वनाथन आनंद ने दी बधाई
वहीं विश्वनाथन आनंद ने इस जीत पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने लिखा- सबसे कम उम्र के चैलेंजर बनने के लिए गुकेश को बधाई। आपने जो किया है उस पर चेस परिवार को बहुत गर्व है। आपने जिस तरह कठिन परिस्थितियों को खेला और संभाला उस पर मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत गर्व है। इस पल का आनंद लीजिए।