नई दिल्ली। अक्षय तृतीया के दिन यानी 10 मई को सुबह 7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी 10 मई को खोले जाएंगे। हालांकि 12 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट सुबह 6 बजे से ब्रह्म मुहूर्त के वक्त खोले जाएंगे। इसके बाद श्रद्धालु उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा कर सकेंगे।
बता दें कि चार धाम यात्रा के लिए 15 अप्रैल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। 8 मई से चार धाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तैयारियां जोरों से की जा रही है। मंदिर को 40 क्विंटल फूलों से सजाया जा रहा है। 10 मई को पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।
पिछले साल 15 नवंबर को कपाट हुआ था बंद
आगामी सर्दियों की तैयारी के लिए मंदिर के दरवाजे 15 नवंबर, 2023 को बंद कर दिए गए थे। समारोह में दो हजार पांच सौ तीर्थयात्रियों ने भाग लिया, जिसमें भारतीय सेना बैंड द्वारा भक्ति संगीत प्रस्तुत किया गया। शीतकाल में भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम के सभी रास्ते छह महीने के लिए बंद हो जाते हैं।
सर्दियों में भाई दूज के अवसर पर, केदारनाथ धाम हर साल दिवाली के दो दिन बाद अपने दरवाजे बंद कर देता है। फिर, अप्रैल या मई में, मंदिर फिर से खुलता है। मूर्ति को उखीमठ में ले जाया जाता है और अप्रैल या मई में पुनः स्थापित किया जाता है, जबकि मंदिर सर्दियों के दौरान बंद रहता है। भारत में ग्यारहवां ज्योतिर्लिंग केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। प्रतिवर्ष हजारों अनुयायी और यात्री इस प्रतिष्ठित हिंदू स्थान पर आते हैं।