नई दिल्ली। राजेश खन्ना और मुमताज अभिनीत फिल्म ‘कसम’ का एक गाना ‘जय-जय शिवशंकर’ आज भी लोगों की जुबान पर छाया हुआ है। इस गाने की शूटिंग जम्मू-कश्मीर के पर्यटक स्थल गुलमर्ग की पहाड़ी में हुई थी। गाने में जो शिव का मंदिर दिखाया गया है, वह शिव मंदिर भी इसी पहाड़ी पर बना है। बुधवार तड़के इस मंदिर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई।
जानकारी के मुताबिक यह मंदिर सिर्फ लकड़ियों से निर्मित थी। आग किस वजह से लगी है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। कहा जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से मंदिर में आग लगी है। वहीं कहा यह भी जा रहा है कि इसमें आग लगाई गई है। स्थानीय लोगों की मदद और पुलिस के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। लेकिन मंदिर को नहीं बचाया जा सका। पर्यटन विभाग कश्मीर के निदेशक जीएन इट्टू ने कहा कि गुलमर्ग धार्मिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है। यहां आपको मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरजाघर सब आसपास ही मिलेंगे।
दरअसल, यह इलाका जम्मू-कश्मीर के बारामुला लोकसभा में आता है और यहां से मंगलवार को हुई लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती में इंजीनियर राशिद की जीत हुई है, जो इन दिनों जेल में बंद हैं। कहा जा रहा है कि चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के कारण राशिद के समर्थकों ने इसमें आग लगा दी। हालांकि प्रशासन की तरफ से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
कौन हैं इंजीनियर राशिद?
उत्तरी कश्मीर की राजनीति में इंजीनियर राशिद एक जाना-पहचाना नाम है। राशिद वहां से दो बार विधायक रह चुके हैं। वह पिछले पांच सालों से यूएपीए (अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट) के दोष में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं। राशिद अवामी इत्तेहाद पार्टी से हुआ करते थे, लेकिन इस चुनाव में वे निर्दलीय उम्मीदवार थे। उन्होंने पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला को भारी मतों से शिकस्त दी।
बेटों की मेहनत से जीते राशिद
साल 2019 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टैरर फंडिंग के आरोप में राशिद को गिरफ्तार किया था। भारत के इतिहास में वो पहले नेता थे, जिन पर आतंकी गतिविधियों का आरोप लगा। वह जेल में हैं लेकिन चुनाव प्रचार का काम उनके दो बेटों- अबरार राशिद और असरार राशिद ने किया। बेटों ने लगातार रैलियां और सभाएं कीं, जिसमें वे अपने पिता के पक्ष में वोट देने की अपील करते नजर आए।