पवन चोपड़ा, चंडीगढ़। अपने निराले अंदाज और राजनीतिक बयान बाजी के लिए देशभर में मशहूर रिकॉर्ड सातवीं बार अंबाला कैंट से विधानसभा चुनाव जीतने वाले गब्बर यानी पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने कांग्रेस की गुटबाजी और हार पर करारा तंज कसते हुए कहा कि आप सभी कांग्रेसी इकट्ठे होकर रोएं। उनका इशारा था जो नेता चुनाव में तो इकट्ठा नहीं रह सके लेकिन कम से कम हार का मातम तो इकट्ठे होकर मना सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि साल 2005 से जैसे ही हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाया गया उसके बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में धड़े बंदी शुरू हो गई थी। तब से लेकर आज तक जहां कांग्रेस में वन मैन शो के रूप में हुड्डा खड़े हुए हैं। वहीं लगातार तीन विधानसभा चुनाव हार कांग्रेस ने हार की भी हैट्रिक लगा ली। इस दौरान तकरीबन एक दर्जन के आसपास पार्टी के दिग्गज नेता पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में शैलजा रणदीप और वीरेंद्र सिंह का अलग ग्रुप से माने जाते हैं जबकि भूपेंद्र हुड्डा अलग खेमे में से माने जाते हैं।
अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री पद को लेकर कहीं बड़ी बात
मुख्यमंत्री पद को लेकर अनिल विज ने कहा कि मै तो कभी घर में भी रोटी मांग कर नहीं खाता। ऐसे में मुख्यमंत्री पद की तो बात ही नहीं। उन्होंने कहा कि वे लगातार सातवीं बार विधायक बने हैं और पार्टी में सबसे सीनियर नेता और विधायक हैं । यही नहीं पिछले 50 वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पार्टी द्वारा ईवीएम पर उठाए सवालों पर राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहां की राहुल गांधी को प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं है।
एसआरके, एसआरबी के अब बी डी गुट
शैलजा खेमे से पूर्व विधायक व अबकी बार विधानसभा चुनाव हारने वाले शमशेर सिंह जोगी ने हुड्डा पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि बी डी गुट के कारण पार्टी की हार हुई है। यह कांग्रेस की हार नहीं बल्कि बी डी गुट कांग्रेस की हार हुई है यानी कि भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा पिता-पुत्र दोनों की हार हुई है।