नई दिल्ली। तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन मंगलवार को हैदराबाद के एक थिएटर में अपनी फिल्म ‘पुष्पा 2: द राइज’ के प्रीमियर के दौरान भगदड़ में 35 वर्षीय महिला की मौत के मामले में पूछताछ के लिए चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे।
अर्जुन के घर के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी क्योंकि रविवार की घटना को रोकने के लिए पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग कर दी थी। इससे पहले, उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्र होने का दावा करने वाले लोगों के एक समूह ने आवास में घुसकर संपत्तियों की तोड़फोड़ की थी।
मंगलवार सुबह 11 बजे पेश होने के लिए नोटिस
अर्जुन को 4 दिसंबर को पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ की चल रही जांच के तहत मंगलवार को पुलिस के सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया था। उन्हें सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा गया था। अभिनेता ने पहले कहा था कि वह जांच में सहयोग करेंगे।
4 दिसंबर को, पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के दौरान अर्जुन के संध्या थिएटर में जाने के दौरान मची भगदड़ में रेवती नाम की महिला की मौत हो गई और उसके आठ साल के बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना तब हुई जब अभिनेता की एक झलक पाने के लिए हजारों प्रशंसक वहां पहुंच गए।
अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को किया गया गिरफ्तार
घटना के बाद, पुलिस ने अभिनेता, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। अर्जुन को मामले के सिलसिले में 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसी दिन, उन्हें तेलंगाना उच्च न्यायालय से चार सप्ताह की अंतरिम जमानत मिल गई। बाद में उन्हें 14 दिसंबर की सुबह जेल से रिहा कर दिया गया।
अर्जुन ने पीड़ित परिवार के लिए 25 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की, जबकि पुष्पा 2 के निर्माताओं ने 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी।
पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये की मांग
इससे पहले रविवार को, उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्र होने का दावा करने वाले लोगों के एक समूह ने अभिनेता के घर पर धावा बोल दिया और पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में 1 करोड़ रुपये की मांग की। उन्होंने टमाटर फेंके, फूलों के गमले तोड़ दिये और संपत्ति को नष्ट कर दिया। पुलिस ने घटना के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इन सभी को सोमवार को हैदराबाद की एक अदालत से जमानत मिल गई।