नई दिल्ली। भाजपा अरुणाचल प्रदेश में सत्ता बरकरार रखने के लिए तैयार है, जबकि सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) सिक्किम में जीत हासिल करने की कगार पर है। भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार, भाजपा अरुणाचल प्रदेश की 60 सीटों में से 33 पर आगे चल रही है, जिसमें से 10 पर निर्विरोध जीत मिली है। ईसीआई के आंकड़ों के अनुसार, सिक्किम में एसकेएम 32 में से 28 सीटों पर आगे है और दो पर जीत हासिल की है।
अरुणाचल प्रदेश में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीईपी) और अन्य छह-छह सीटों पर आगे चल रहे हैं। एक सीट निर्दलीय ने जीती है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता पेमा खांडू तीसरी बार लौटने के लिए तैयार हैं और उनके सिक्किम समकक्ष और एसकेएम के सुप्रीमो प्रेम सिंह तमांग भी जीत को दोहराया है।
दोनों राज्यों में कड़ी सुरक्षा के बीच वोटों की गिनती हो रही है। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में भारी बारिश के बीच अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में गिनती चल रही है। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था। सिक्किम में कुल मतदान 79.88 प्रतिशत हुआ, जबकि अरुणाचल प्रदेश में 82.95 प्रतिशत मतदान हुआ था।
फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया भी मैदान में
सिक्किम में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ एसकेएम और पवन कुमार चामलिंग की एसडीएफ के बीच था। पूर्वोत्तर राज्य में चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार उतारे थे। सिक्किम में दौड़ में शामिल 146 प्रतियोगियों में प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी राय, पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग, पूर्व भारतीय फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया और भाजपा के नरेंद्र कुमार सुब्बा शामिल हैं।
एसकेएम और एसडीएफ ने 32-32 उम्मीदवार उतारे थे, जबकि भाजपा के 31 उम्मीदवार थे। कांग्रेस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिटीजन एक्शन पार्टी-सिक्किम के 30 सीटों पर उम्मीदवार थे। 2019 में, प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व वाले एसकेएम ने 17 सीटें जीतीं, जबकि एसडीएफ ने 15 सीटें हासिल कीं।
अरुणाचल में मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच
60 सदस्यीय अरुणाचल विधानसभा के लिए मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच था। भाजपा ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जबकि कांग्रेस केवल 19 सीटों पर चुनाव लड़ी। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीईपी) और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी अरुणाचल प्रदेश में उम्मीदवार उतारे हैं।
इन सीटों पर मिली निर्विरोध जीत
भाजपा पहले ही 10 सीटें निर्विरोध जीत चुकी है क्योंकि बोमडिला, चौखम, हयुलियांग, ईटानगर, मुक्तो, रोइंग, सागली, ताली, तलिहा और जीरो-हापोली सहित इन निर्वाचन क्षेत्रों में किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया था।