नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय (एमओई) ने घोषणा की है कि यूजीसी नेट परीक्षा की रद्द होने के बाद इसकी नई तारीखें जल्द ही घोषित की जाएंगी। बता दें, 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों के साथ 317 शहरों के 1,205 केंद्रों पर आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा आयोजित होने के एक दिन बाद रद्द कर दी गई थी। यह निर्णय बुधवार रात को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को इनपुट मिलने के बाद लिया गया कि 18 जून को आयोजित परीक्षा में धांधली हुई है।
एमओई के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मंत्रालय ने देखा कि एक मौका था कि परीक्षा से समझौता किया गया था। मंत्रालय ने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। अगली तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। मामला सीबीआई को भेज दिया गया है।”
यूजीसी नेट पेपर लीक के बाद उठाया गया कदम
परीक्षा रद्द करने का निर्णय पारदर्शिता सुनिश्चित करने और परीक्षा प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखने के लिए किया गया था। जायसवाल ने कहा, “शिक्षा मंत्रालय इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा।” उन्होंने कहा कि मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी लगन से काम कर रहा है कि इस घटना से छात्रों का भविष्य खतरे में न पड़े।
परीक्षा की शुचिता के बारे में चिंताएं बढ़ाने वाले इनपुट गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई द्वारा प्रदान किए गए थे।