धर्मशाला। तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने अपना 90वां जन्मदिन धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में मनाया। इस अवसर पर हजारों तिब्बती बौद्ध अनुयायी और विश्व भर के गणमान्य व्यक्ति त्सुगलाखांग मंदिर में एकत्र हुए। समारोह में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और जदयू नेता राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह) सहित कई भारतीय नेता शामिल हुए। हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे भी इस आयोजन में उपस्थित थे। दलाई लामा ने अपने संदेश में करुणा, शांति और मानवता की सेवा पर जोर दिया और कहा कि वह केवल एक साधारण बौद्ध भिक्षु हैं।
दलाई लामा ने हाल ही में घोषणा की कि उनकी मृत्यु के बाद गदेन फोडरांग ट्रस्ट ही उनके पुनर्जनन की खोज और मान्यता का एकमात्र अधिकार रखेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया तिब्बती बौद्ध परंपराओं के अनुसार होगी और इसमें चीन का कोई हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं होगा। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने इस अवसर पर कहा कि दलाई लामा संस्था पूरी तरह धार्मिक है और भारत सरकार धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की नीति का समर्थन करती है। उन्होंने चीन के दावों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, “हम सब कुछ दलाई लामा पर छोड़ते हैं।”
संस्था तिब्बत और हिमालयी क्षेत्र के लोगों से संबंधित
पेमा खांडू ने कहा कि चीन को दलाई लामा के मामलों में हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि यह संस्था तिब्बत और हिमालयी क्षेत्र के लोगों से संबंधित है। उन्होंने भारत-चीन संबंधों में कूटनीतिक समाधान की वकालत की। समारोह में उपस्थित लोगों ने दलाई लामा के शांति और अहिंसा के संदेश की सराहना की। दलाई लामा ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर संदेश जारी कर, दया और करुणा को बढ़ावा देने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया। धर्मशाला में यह उत्सव तिब्बती संस्कृति और दलाई लामा के वैश्विक प्रभाव का प्रतीक बन गया।