नई दिल्ली। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आज एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण कर लिया है। इस ट्रेन में लगभग 500 यात्री सवार थे, जिनमें से 120 से अधिक को बंधक बनाए जाने की खबर है।
जाफर एक्सप्रेस, जो क्वेटा से पेशावर की ओर जा रही थी, को बलूचिस्तान के बोलन जिले में टनल नंबर 8 के पास रोका गया। बीएलए के हथियारबंद सदस्यों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे ट्रेन को रुकना पड़ा। इसके बाद उन्होंने ट्रेन पर कब्जा कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया।
बंधकों की स्थिति
बीएलए के बयान के अनुसार, उन्होंने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया है। बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, आतंकवाद निरोधक बल (एटीएफ) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के सक्रिय ड्यूटी पर मौजूद कर्मी शामिल हैं, जो छुट्टी पर पंजाब जा रहे थे।
बीएलए की चेतावनी
बीएलए ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि यदि उनके खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की गई, तो वे सभी बंधकों को मार देंगे। अब तक की रिपोर्ट्स के अनुसार, बीएलए ने ट्रेन में मौजूद छह सैन्यकर्मियों की हत्या कर दी है।
कौन है बलूच लिबरेशन आर्मी
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी एक अलगाववादी संगठन है, जो बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत है। यह संगठन पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ कई हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। पिछले साल नवंबर में भी इसी ट्रेन पर एक आत्मघाती बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
सरकारी प्रतिक्रिया
इस घटना पर पाकिस्तानी सरकार या सेना की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया है, लेकिन बीएलए की चेतावनी के चलते कोई सीधी कार्रवाई नहीं की गई है।
पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक की यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा और अलगाववादी गतिविधियों के बीच यह घटना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। आने वाले समय में इस स्थिति का समाधान कैसे होगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।