नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें ‘बहुत स्मार्ट व्यक्ति’ और ‘मेरा अच्छा दोस्त’ बताया। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर बातचीत चल रही है।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि भारत दुनिया के सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है, लेकिन उन्होंने इस बात पर भरोसा जताया कि दोनों देशों के बीच यह मुद्दा सुलझ जाएगा। ट्रम्प ने कहा, “हमारे बीच बहुत अच्छी बातचीत हुई। मुझे लगता है कि भारत और हमारे देश के बीच सब कुछ ठीक हो जाएगा। मैं कहना चाहता हूं कि आपके पास एक शानदार प्रधानमंत्री हैं।”
भारत और चीन पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की बात
यह टिप्पणी ट्रम्प के उस ऐलान के बाद आई, जिसमें उन्होंने फरवरी में भारत और चीन जैसे देशों पर पारस्परिक टैरिफ (रेसिप्रोकल टैरिफ) लगाने की बात कही थी। उनका तर्क था कि अमेरिका को भी वही टैरिफ चार्ज करना चाहिए, जो ये देश अमेरिकी सामानों पर लगाते हैं।
ट्रम्प ने भारत के उच्च टैरिफ को ‘बहुत अनुचित’ करार दिया था और 2 अप्रैल से इस नीति को लागू करने की घोषणा की थी। हालांकि, उनकी ताजा टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि भारत के साथ व्यापारिक तनाव को कम करने की कोशिश हो रही है।
ट्रम्प ने मोदी को बताया ‘खास इंसान’
ट्रम्प और मोदी की दोस्ती पहले भी सुर्खियों में रही है। फरवरी में मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी। इस दौरान ट्रम्प ने मोदी को ‘खास इंसान’ और ‘कठिन निगोशिएटर’ कहा था। 2019 के ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में भी दोनों की केमिस्ट्री दिखी थी। ट्रम्प ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में मोदी के साथ अपने ‘राष्ट्र पहले’ के साझा विचार की तारीफ की थी।
भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने के दिए संकेत
भारत सरकार भी इस स्थिति पर नजर रख रही है। भारत ने पहले ही अमेरिकी उत्पादों जैसे बॉर्बन व्हिस्की और मोटरसाइकिल पर टैरिफ कम कर संकेत दिया है कि वह बातचीत के लिए तैयार है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प की टैरिफ नीति भारत को अपनी संरक्षणवादी नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर सकती है।
हालांकि, भारत का लक्ष्य अपनी निर्यात सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत हैं, और यह नई पहल उस रिश्ते को और गहरा सकती है। ट्रम्प के इस सकारात्मक रुख से उम्मीद जगी है कि भारत-अमेरिका संबंधों में व्यापार एक नया अध्याय शुरू करेगा।