नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने सितंबर 2025 में होने वाले एशिया कप और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अन्य टूर्नामेंट्स से भारतीय टीमों को हटाने का फैसला किया है। यह निर्णय भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के भू-राजनीतिक और सैन्य तनाव के कारण लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, 8 मई को घोषित सीजफायर के बावजूद दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार है, जिसका असर क्रिकेट संबंधों पर पड़ा है। बीसीसीआई का यह कदम पाकिस्तान क्रिकेट को अलग-थलग करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर इस फैसले की व्यापक चर्चा है। कई यूजर्स ने इसे पाकिस्तान को ‘बड़ा झटका’ करार दिया, जबकि कुछ ने इसे क्रिकेट और राजनीति के मिश्रण के रूप में देखा। खासकर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी की नियुक्ति का विरोध भी इस निर्णय का एक कारण बताया जा रहा है।
भारत ने पाकिस्तान में होने वाले टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने से किया इनकार
यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच खेल के मैदान पर लंबे समय से चले आ रहे तनाव को और उजागर करता है। पहले भी, भारत ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में होने वाले टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने से इनकार किया था। इस बार, बीसीसीआई ने एसीसी के सभी आयोजनों से दूरी बनाने का फैसला किया, जिसे क्रिकेट प्रशंसकों ने मिश्रित प्रतिक्रियाओं के साथ देखा है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय एशिया कप की लोकप्रियता और वित्तीय स्थिति पर असर डाल सकता है, क्योंकि भारतीय टीम की अनुपस्थिति टूर्नामेंट के आकर्षण को कम कर सकती है। दूसरी ओर, यह कदम भारत की कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है। बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार है। यह फैसला दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को और जटिल बना सकता है।