नई दिल्ली। कोलकाता पुलिस ने पिछले सप्ताह सरकारी अस्पताल के एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में पूछताछ के लिए आरजी कर अस्पताल के सहायक अधीक्षक और चेस्ट मेडिसिन विंग के विभागाध्यक्ष (एचओडी) को बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक, सहायक अधीक्षक ने सबसे पहले पीड़िता के परिवार से बात की और उन्हें बताया कि उसकी मौत अस्पताल परिसर के अंदर आत्महत्या से हुई है।
पुलिस ने मंगलवार, 13 अगस्त को सुबह 11 बजे कोलकाता पुलिस मुख्यालय में पूछताछ निर्धारित की। अस्पताल अधिकारी को यह समन इंटर्न, हाउस स्टाफ और स्नातकोत्तर प्रशिक्षुओं सहित सात जूनियर डॉक्टरों से पूछताछ के कुछ घंटों बाद आया है, जो घटना की रात ड्यूटी पर थे। कथित तौर पर इन अधिकारियों ने 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या से कुछ घंटे पहले रात का खाना खाया था। सूत्रों ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में आरजी कर अस्पताल से और डॉक्टरों को बुलाए जाने की संभावना है।
9 अगस्त को मिला था युवती का शव
महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के एक सेमिनार हॉल में मिला था। संजय रॉय नाम के एक नागरिक स्वयंसेवक को अपराध के सिलसिले में अगले दिन गिरफ्तार किया गया था। प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर आलोचना का सामना करते हुए, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल, संदीप घोष ने अपने पद और सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया।
शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के निशान
घोष का यह फैसला पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा चिकित्सा अधीक्षक-सह-उप-प्रिंसिपल संजय वशिष्ठ को हटाने के एक दिन बाद आया है, जिनकी जगह छात्र मामलों के डीन बुलबुल मुखोपाध्याय को अधीक्षक के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। पीड़िता की चार पन्नों की ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला कि महिला के निजी अंगों से खून बह रहा था और उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के निशान थे।