नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की हार के बावजूद युवा कप्तान शुभमन गिल का समर्थन करते हुए बीसीसीआई और टीम प्रबंधन से उन्हें तीन साल तक कप्तानी का मौका देने की अपील की। 29 जून को विस्डन से बातचीत में शास्त्री ने कहा कि गिल में नेतृत्व की अपार संभावनाएं हैं और उन्हें समय के साथ और बेहतर होने का मौका मिलना चाहिए। गिल ने रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद भारत की कप्तानी संभाली थी। लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में गिल ने अपने पहले कप्तानी पारी में शतक जड़ा, लेकिन भारत 371 रनों के लक्ष्य का बचाव नहीं कर सका और इंग्लैंड ने पांच विकेट से जीत हासिल की।
शास्त्री ने गिल की परिपक्वता की तारीफ करते हुए कहा, “उन्होंने मीडिया और टॉस के दौरान जिस तरह से खुद को प्रस्तुत किया, वह उनकी परिपक्वता दर्शाता है। उन्हें तीन साल तक कप्तानी दें, वह निश्चित रूप से बेहतर प्रदर्शन करेंगे।” उन्होंने गिल की बल्लेबाजी को लाजवाब और शाही करार देते हुए कहा कि वह विदेशी परिस्थितियों में बेहतर अनुकूलन के साथ महान खिलाड़ी बन सकते हैं। शास्त्री ने यह भी चेतावनी दी कि जसप्रीत बुमराह जैसे प्रमुख गेंदबाज को आराम देने की रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, खासकर अगर भारत सीरीज में 2-0 से पीछे हो जाता है।
कई विशेषज्ञों ने गिल की कप्तानी की आलोचना की
हालांकि, गिल की कप्तानी की कुछ विशेषज्ञों ने आलोचना भी की। पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि गिल में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसी मैदानी आभा की कमी दिखी। वहीं, तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने गिल का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने गेंदबाजों का सही उपयोग किया और टीम में सकारात्मक माहौल बनाए रखा। भारत अब 2 जुलाई से बर्मिंघम में होने वाले दूसरे टेस्ट में सीरीज बराबर करने की कोशिश करेगा, जहां गिल को अपनी रणनीति और नेतृत्व क्षमता को साबित करने का मौका मिलेगा।