नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में आज सुबह एक एक्सप्रेस ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर में तीन रेलवे कर्मचारियों सहित आठ लोगों की मौत हो गई और लगभग 50 अन्य घायल हो गए। कंचनजंगा एक्सप्रेस असम के सिलचर से कोलकाता के सियालदह जा रही थी, तभी न्यू जलपाईगुड़ी के करीब रंगपानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने उसे पीछे से टक्कर मार दी।
हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। कंचनजंगा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से में कार्गो वैन और गार्ड के कोच शामिल थे और आगे के यात्री डिब्बों को कम प्रभाव पड़ा।
रेलवे बोर्ड की चेयरपर्सन जया वर्मा सिन्हा ने मीडिया को बताया कि हादसा सुबह करीब 9 बजे हुआ। उन्होंने कहा, “बचाव कार्य पूरा हो गया है। घायलों को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया है और उन्हें बेहतर उपचार प्रदान किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “कंचनजंगा एक्सप्रेस का सुरक्षित हिस्सा जल्द ही अपनी आगे की यात्रा फिर से शुरू करेगा, ताकि यात्री अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
सीएम ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि डॉक्टरों और आपदा प्रतिक्रिया टीमों को घटनास्थल पर भेज दिया गया है। अभी-अभी दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में एक दुखद ट्रेन दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। हालांकि विवरण की प्रतीक्षा है। कंचनजंगा एक्सप्रेस कथित तौर पर एक मालगाड़ी से टकरा गई है। डीएम, एसपी, डॉक्टर, एम्बुलेंस और आपदा टीमें रवाना हो गई हैं।
रोज ही संचालित होती है कंचनजंगा एक्सप्रेस
कंचनजंगा एक्सप्रेस एक डेली ट्रेन है जो बंगाल को पूर्वोत्तर शहरों सिलचर और अगरतला से जोड़ती है। यह मार्ग चिकन नेक कॉरिडोर में है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। इस लाइन पर हादसा संभावित रूप से कई अन्य ट्रेनों की आवाजाही पर असर डाल सकता है।
मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा
रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने एलान किया है कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और जो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें 2.5 लाख रुपये दिए जाएंगे। जिन्हें मामूली चोट आई है उन्हें 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।” रेलवे बोर्ड की सीआईओ जया वर्मा सिन्हा ने बताया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है और अब तक मरने वालों की संख्या आठ है।