नई दिल्ली। मानसून सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया और विपक्षी सांसदों ने बजट 2024-25 को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। वहीं, इससे पहले, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और सदन के अन्य सदस्यों ने गुरुवार को पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का कहना है कि केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष राजनीति में लिप्त रहा है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए तर्क दिया कि उन्होंने दस्तावेज के बारीक पहलुओं पर बोलने के बजाय संसद में केंद्रीय बजट पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने का सहारा लिया था।
मोदी को लोगों ने तीसरी बार जनादेश दिया: रिजिजू
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से कुछ विपक्षी नेताओं ने अपने भाषण दिए, वह सदन का अपमान करने और बजट सत्र की गरिमा को कम करने जैसा है। रिजिजू ने कहा, “आइए हम लोगों के जनादेश का सम्मान करें। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लगातार तीसरी बार जनादेश दिया है। अगर कोई लोगों के फैसले का अपमान करने की कोशिश करता है, तो उन्हें चुनाव में दंडित किया जाएगा।”
मोदी को नहीं मिला है जनादेश: टीएमसी
संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू के बयान पर टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा, “मोदी जी को जनादेश नहीं मिला है, इसीलिए आंध्र प्रदेश और बिहार को ज्यादा दिया गया है और इसीलिए इस पर चर्चा की जाएगी।”