नई दिल्ली। अंतरिक्ष में नौ महीने से फंसे अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की सुरक्षित वापसी के लिए नासा और स्पेसएक्स ने संयुक्त रूप से क्रू-10 मिशन लॉन्च किया है। यह मिशन 14 मार्च 2025 को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से फाल्कन 9 रॉकेट के माध्यम से ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पिछले वर्ष जून में बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचे थे। उनकी योजना केवल एक सप्ताह के मिशन की थी, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण स्टारलाइनर को बिना किसी यात्री के वापस बुलाना पड़ा, जिससे दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को नौ महीने तक ISS में रहना पड़ा।
क्रू-10 मिशन के तहत चार नए अंतरिक्ष यात्रियों को ISS भेजा गया
– नासा की ऐनी मैकलेन और निकोल आयर्स
– जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के ताकुया ओनिशी
– रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकॉसमॉस के किरिल पेस्कोव
यह नया दल ISS में मौजूदा दल की जगह लेगा, ताकि विलियम्स और विलमोर की वापसी संभव हो सके। यदि मौसम अनुकूल रहा, तो उनकी वापसी बिना किसी और देरी के पूरी हो सकेगी।
एलन मस्क ने जो बाइडन पर लगाया आरोप
इस मिशन के दौरान कुछ विवाद भी सामने आए हैं। स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अंतरिक्ष यात्रियों को जल्दी वापस लाने के प्रयासों में बाधा डाली। हालांकि, मस्क ने अपने इस दावे के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं दिया, जिससे वैज्ञानिक समुदाय में बहस छिड़ गई है।