नई दिल्ली। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान में ट्रेन को हाईजैक करने वाले और 212 यात्रियों को बंधक बनाने वाले सभी बलूच उग्रवादियों को मार गिराया गया है। दिन भर चले गहन सैन्य अभियान के बाद बंधकों को रिहा कर दिया गया है, जिससे अभियान खत्म हो गई है। पाकिस्तानी सेना ने बुधवार शाम को यह जानकारी दी।
सेना के प्रवक्ता ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने 21 यात्रियों और चार अर्धसैनिक सैनिकों की हत्या कर दी। जबकि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 उग्रवादियों को मार गिराया। लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा, “सशस्त्र बलों ने (बुधवार) शाम को सभी आतंकवादियों को मार गिराकर और सभी यात्रियों को सुरक्षित बचाकर सफलतापूर्वक अभियान पूरा किया।”
उग्रवादी बलूच कैदियों की रिहाई की कर रहे थे मांग
सेना का यह बयान विद्रोहियों द्वारा 60 बंधकों की हत्या करने का दावा करने तथा सैन्य अभियान बंद न होने पर और अधिक लोगों को मारने की धमकी देने के कुछ समय बाद आया है। वे बंधकों के बदले बलूच कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे थे, जिनके बारे में उनका दावा था कि वे पाकिस्तान के सुरक्षा बलों, पुलिस तथा जासूसी एजेंसी आईएसआई के सदस्य थे।
नौ डिब्बों में लगभग 500 यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस को मंगलवार को विस्फोटकों से निशाना बनाया गया। ट्रेन को पटरी से उतार दिया गया तथा क्वेटा से लगभग 160 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाके में बीएलए द्वारा अपहरण कर लिया गया, जबकि ट्रेन पेशावर जा रही थी।
महिलाएं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में किया गया इस्तेमाल
अधिकारियों ने बताया कि बचाए गए लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जिन्हें विद्रोही मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। अधिकारियों ने पहले बताया था कि विस्फोटकों से भरी जैकेट पहने विद्रोहियों ने महिलाओं और बच्चों को एक साथ इकट्ठा किया था और उन्हें पास में बैठने के लिए मजबूर किया था, जिससे बचाव अभियान मुश्किल हो गया था।