नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बीती रात हमले की घटना पर विदेश सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी है। बता दें कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू किए, जिसे भारत ने नाकाम कर दिया।
गुरुवार रात, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोनों के साथ हमला किया। इनमें तुर्की निर्मित बयरक्तर TB2 ड्रोन भी शामिल थे। हमले का लक्ष्य सैन्य और नागरिक ठिकाने थे, जिसमें बठिंडा एयरबेस भी शामिल था। पाकिस्तान ने नागरिक विमानों और रडार सिस्टम को भी निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन भारत की S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ वायु रक्षा प्रणाली और इंटीग्रेटेड काउंटर UAS ग्रिड ने इन हमलों को विफल कर दिया।
पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया
यह हमला भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में था, जिसे 7 मई को शुरू किया गया। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें 100 आतंकवादी मारे गए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय सेना ने बेंगलुरु निर्मित स्काईस्ट्राइकर कामिक ड्रोनों और राफेल जेट्स का इस्तेमाल कर सटीक हमले किए।
भारत के कई इलाकों के एयरपोर्ट को किया बंद
भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर, सियालकोट और कराची में पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट कर दिया। लाहौर में चीन निर्मित HQ-9 मिसाइल रक्षा प्रणाली को तबाह करने से पाकिस्तानी सेना बेबस हो गई। इस दौरान, जम्मू, अमृतसर और अन्य शहरों में ब्लैकआउट लागू किया गया और हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत की कार्रवाई गैर-वृद्धिकारी और मापी गई थी, लेकिन पाकिस्तान ने स्थिति को बढ़ाया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान के ड्रोन हमले नाकाम रहे। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जिसमें तुर्की और अमेरिका शामिल हैं, ने तनाव कम करने की अपील की है।