चंडीगढ़। पंजाब के बठिंडा में 25 वर्षीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कंचन कुमारी की हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इन्हें कमल कौर भाभी के नाम से जाना जाता था। 11 जून को बठिंडा के अदश मेडिकल यूनिवर्सिटी के पास एक कार में उनकी लाश मिली थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत गला घोंटने (एस्फिक्सिया) के कारण हुई, और उनके निजी अंगों पर चोट के निशान भी पाए गए, जिससे बलात्कार की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों जसप्रीत सिंह और निमरतजीत सिंह को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह मेहरो हत्या के कुछ घंटों बाद ही यूएई भाग गया। वह एक स्वघोषित सिख कट्टरपंथी नेता है। पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है और प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की है।
अश्लील वीडियो को लेकर उनकी हत्या की आशंका
कमल कौर के इंस्टाग्राम पर 3.83 लाख और यूट्यूब चैनल ‘फनी भाभी टीवी’ पर 2.36 लाख फॉलोअर्स थे, अपनी बोल्ड और विवादास्पद रील्स के लिए जानी जाती थीं। आरोपियों ने दावा किया कि उनके वीडियो अश्लील और समाज को भ्रष्ट करने वाले थे, जिसके चलते उन्होंने उनकी हत्या की। पुलिस के अनुसार, अमृतपाल ने तीन महीने पहले इस हत्या की साजिश रची थी। उसने कंचन को एक कार प्रोमोशनल वीडियो के बहाने बठिंडा बुलाया था। 9 जून को वह जसप्रीत और निमरतजीत के साथ लुधियाना से बठिंडा गई, जहां उनकी हत्या कर दी गई।
कार में कमरबंद से गला घोंटकर हत्या
पुलिस ने बताया कि कंचन को उनकी ही कार में कमर-कस (कमरबंद) से गला घोंटकर मारा गया। हत्या के बाद, उनकी लाश को यूनिवर्सिटी के पास छोड़ दिया गया। इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक बहस छेड़ दी है, जिसमें कई लोग इसे “नैतिक पुलिसिंग” का परिणाम मान रहे हैं। मिका सिंह और सांसद हरभजन सिंह ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है। पुलिस अन्य महिला इन्फ्लुएंसर्स को दी गई धमकियों की भी जांच कर रही है।