पवन चोपड़ा, चंडीगढ़। भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राजेश खुल्लर मुख्यमंत्री कार्यालय के सबसे भरोसेमंद और ताकतवर अधिकारी बने जिसको लेकर मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। हालांकि पिछले कुछ दिनों से चर्चाएं थी कि इन्हें इस बार यह जिम्मेवारी नहीं दी जाएगी। जिसको लेकर बहुत से अधिकारी भी अपनी गोटिया फिट करने में जुटे थे। लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी ने उनकी काबिलियत और लगन को देखते हुए दोबारा फिर से उन्हें पर भरोसा जताने का काम किया। ऐसे में राजेश खुल्लर एक बार फिर से मुख्यमंत्री के सबसे विश्वास पात्र होने में कामयाब रहे।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भले ही हुए प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं थे लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उनके द्वारा की गई मैनेजमेंट विशेष योगदान रहा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रथम कार्यकाल में कुछ दिनों के बाद ही अतिरिक्त प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे मनोहर लाल की कार्यशैली और उनकी कड़ी लग्न में मेहनत से प्रभावित हो मनोहर लाल ने उन्हें प्रधान सचिव बनाया था। जिसके बाद उन्होंने लगातार 5 साल इस पद पर बिना किसी लोभ, लालच कठिन ,मेहनत कर उन पर जताए विश्वास को कायम रखा। वही साल 2019 में फिर से मनोहर लाल के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में एक बार फिर से उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई।
विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं खुल्लर
मनोहर लाल के दूसरे कार्यकाल में राजेश खुल्लर की उपयोगिता और काबिलियत को देखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हें विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के रूप में अमेरिका वाशिंगटन भेजा गया। जहां उन्होंने भारत, नेपाल, भूटान और श्रीलंका जैसे देशों का नेतृत्व किया।
राजनेताओं की तरह रहता है लोगों का जमावड़ा
राजेश खुल्लर इकलौते ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जो कि बिना किसी सिफारिश और स्वार्थ के उनके दर पर आए प्रत्येक व्यक्ति की बात बड़ी ही सहजता से और ध्यानपूर्वक सुनते हैं ।चाहे वह किसी भी दल का क्यों ना हो वे बेझिझक राजनीति से ऊपर उठकर उनका कार्य करने का प्रयास करते हैं। जिस प्रकार से राजनेताओं के यहां जनता का जमावड़ा लगा रहता है शायद ही ऐसा कोई दिन हो जिस दिन उनके आवास के बाहर लोगों की भीड़ न हो ।जिसमें प्रदेश के कोने-कोने से लोग बड़ी उम्मीद से उनके पास आते हैं और मुरझाए चेहरे खुशी-खुशी वापस लौटते हैं।
सीएम के प्रधान सचिव के मायने बदले
इससे पूर्व जितने भी सरकारें रही आम आदमी को बहुत ही काम पता होगा कि मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव का पद कैसा होता है और न ही उनसे मिलना आम आदमी के बस की बात होती थी। लेकिन राजेश पहले ऐसे अधिकारी हैं जो कि बिना किसी सिफारिश के आम आदमी की बात सुनकर उसका काम करना अपना नैतिक कर्तव्य समझते हैं।
खुल्लर के अंदाज का हर कोई है मुरीद
राजनेताओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री के विश्वस्त होने से लोगों को प्रशासनिक कार्य किये जाने के लिए अपेक्षाएं की कसौटी पर खरे उतरे चुके हैं । मनोहर सरकार के प्रधान सचिव के रूप में-अत्तीत में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की भरोसेमंद टीम में सबसे विश्वासपात्र हरियाणा सरकार में राजेश खुल्लर अब नायब सैनी के सी एम ओ के सभी कार्यों,सभी चैयरमैनो, विधायकों व मंत्रियो को बखूबी पूरा मान-सम्मान देने व प्रशाशनिक कार्यों में दक्षता का उनका अंदाज उनकी बेहतरीन कार्यशैली का हिस्सा रहे।कई बार विकट स्थितयों में उनके द्वारा लिए गए निर्णयों से सरकार को बड़ी राहत भी मिली है।लोक संपर्क विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में इनकी मनोहर सरकार में यह तीसरी पारी है।
विश्व बैंक से लौटने प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व विभाग अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा की जिम्मेवारी दी गई थी जहां भी उन्होंने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाते हुए इन विभागों में आमूल चूल बदलाव करने का कार्य किया।