बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नेतृत्व परिवर्तन की सभी अटकलों को खारिज कर दिया है। 2 जुलाई 2025 को बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने साफ कहा कि वह अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल तक मुख्यमंत्री रहेंगे। यह बयान तब आया, जब कुछ समय से यह चर्चा थी कि कांग्रेस आलाकमान उनकी जगह डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को सीएम बना सकता है। सिद्धारमैया ने कहा, “मुझे हाईकमान का पूरा समर्थन है। मैं 2028 तक सीएम रहूंगा।”
सिद्धारमैया ने अपने कार्यकाल के ढाई साल पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पांच गारंटी योजनाएं- अन्न भाग्य, गृह ज्योति, गृह लक्ष्मी, युवा निधि और शक्ति कर्नाटक के लोगों के लिए गेम-चेंजर साबित हुई हैं। इन योजनाओं से लाखों परिवारों को मुफ्त राशन, बिजली, महिलाओं को आर्थिक मदद, युवाओं को रोजगार और मुफ्त बस यात्रा जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। उन्होंने दावा किया कि इन योजनाओं से गरीब और मध्यम वर्ग को सीधा फायदा हुआ है।
डीके शिवकुमार ने हाल ही में खड़गे और राहुल गांधी से की थी मुलाकात
नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तब शुरू हुई थीं, जब डीके शिवकुमार ने हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। कुछ नेताओं ने इसे सत्ता परिवर्तन की कोशिश के रूप में देखा। हालांकि, सिद्धारमैया ने कहा कि शिवकुमार के साथ उनके रिश्ते अच्छे हैं और दोनों मिलकर सरकार चला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस एकजुट है और 2028 के विधानसभा चुनाव में फिर जीत हासिल करेगी।
सिद्धारमैया ने विपक्षी बीजेपी और जेडी(एस) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष उनकी योजनाओं की आलोचना करता है, लेकिन जनता इनका फायदा उठा रही है। उन्होंने भविष्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर और ध्यान देने का वादा किया। यह बयान कर्नाटक की सियासत में स्थिरता का संदेश देता है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाता है।