भारत-कनाडा विवाद के बीच जस्टिन ट्रूडो ने मनाई दिवाली, हिंदू मंदिरों के किए दर्शन

नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने इस वर्ष दिवाली के अवसर पर भारतीय समुदाय के साथ मिलकर इस उत्सव का जश्न मनाया। दिवाली, जिसे “दीपावली” के नाम से भी जाना जाता है, भारत में सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। यह अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है, और इसे देश के विभिन्न हिस्सों में भव्यता और धूमधाम से मनाया जाता है।

ट्रुडो ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर दिवाली की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर अपने भारतीय समुदाय के साथ एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि दिवाली सभी के लिए एक सशक्तिकरण का संदेश है, जो शांति, प्रेम और एकता का प्रतीक है। उन्होंने भारतीय संस्कृति के प्रति अपने प्रेम और सम्मान का इजहार करते हुए कहा कि कनाडा एक विविधता भरा देश है, जहाँ विभिन्न संस्कृतियों का संगम होता है।

ट्रूडो ने भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की

इस वर्ष, ट्रुडो ने विशेष रूप से कनाडा के भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की, जो कनाडा के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारा देश विविधता में एकता का प्रतीक है, और भारतीय समुदाय ने इसे हर कदम पर साबित किया है। आपके योगदान से कनाडा और भी समृद्ध हुआ है।”

दिवाली के अवसर पर, ट्रुडो ने एक दीप जलाने की परंपरा का पालन किया और भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ इस अवसर को मनाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में भारतीय संगीत, नृत्य और भोजन का आयोजन किया गया, जिससे सभी उपस्थित लोग इस उत्सव के आनंद का अनुभव कर सके। उन्होंने कहा कि दिवाली का संदेश केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह सभी के लिए एकता, सामर्थ्य और उम्मीद का प्रतीक है।

एक-दूसरे के प्रति स्नेह और सहयोग की भावना: ट्रूडो

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में यह भी बताया कि दिवाली का उत्सव हमें याद दिलाता है कि हमें एक-दूसरे के प्रति स्नेह और सहयोग की भावना रखनी चाहिए। उन्होंने कहा, “इस दिवाली पर, हम सभी को एकजुट होकर एक-दूसरे की सहायता करनी चाहिए और समाज में प्रेम और सहिष्णुता को बढ़ावा देना चाहिए।”

ट्रुडो की इस पहल से कनाडा के भारतीय समुदाय में खुशी का माहौल देखा गया। उन्होंने यह भी कहा कि वे भविष्य में और भी कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक पर्वों का समावेश होगा, ताकि सभी समुदायों के बीच आपसी समझ और सहयोग बढ़ सके।

इस तरह, जस्टिन ट्रुडो ने दिवाली के अवसर पर न केवल भारतीय समुदाय के साथ जुड़कर उत्सव मनाया, बल्कि कनाडा की विविधता और समृद्धि का भी सम्मान किया। उनकी यह पहल न केवल भारतीय समुदाय के लिए, बल्कि सभी कनाडाई नागरिकों के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि वे अपनी विविधता को अपनाएं और एक साथ मिलकर जीवन का जश्न मनाएं।

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