नई दिल्ली। नागपुर में सात और 14 साल की उम्र के दो बच्चों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का परीक्षण पॉजिटिव आया है, जिससे सांस की बीमारी के कुल मामलों की संख्या सात हो गई है। 3 जनवरी को बच्चों को बुखार और खांसी के इलाज के लिए शहर के रामदासपेठ इलाके के एक निजी अस्पताल में इन्हें भर्ती कराया गया था।
जांच के बाद अस्पताल के अधिकारियों ने पुष्टि की कि दोनों बच्चे एचएमपीवी से संक्रमित थे, जो कि कोविड-19 जैसी बीमारी है। वे बुखार, खांसी, बहती नाक और गले में खराश जैसे लक्षणों के साथ ऊपरी और निचले श्वसन पथ को प्रभावित करती है। मामलों की संख्या में संभावित वृद्धि को लेकर महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। खांसी, बुखार या किसी भी गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) से पीड़ित लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
राज्य सरकार ने लोगों से नहीं घबराने की अपील की
विभाग ने राज्य के लोगों से शांत रहने और घबराने की अपील नहीं की है। यह जल्द ही वायरस से बचाव और उपायों के संबंध में दिशानिर्देश जारी करेगा। नागपुर के मामलों के मद्देनजर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर ने सेंट जॉर्ज अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर 3 बजे एक बैठक बुलाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव भी उपस्थित रहेंगे।
इन दो मामलों से देश में एचएमपीवी संक्रमणों की कुल संख्या बढ़कर सात हो गई है। अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती दो महीने के लड़के में वायरस का पता चला है, जबकि बेंगलुरु में दो संक्रमणों की सूचना मिली है।