नई दिल्ली। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने इस्लामाबाद में आयोजित ओवरसीज पाकिस्तानियों के सम्मेलन में हिंदुओं के खिलाफ विवादित बयान दिया। उन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना के दो-राष्ट्र सिद्धांत को दोहराते हुए कहा कि पाकिस्तानी और हिंदू हर पहलू में अलग हैं।
मुनीर ने कहा, “हमारे पूर्वजों ने माना कि हम हिंदुओं से धर्म, रीति-रिवाज, परंपराएं, विचार और महत्वाकांक्षाओं में भिन्न हैं। यही दो-राष्ट्र सिद्धांत की नींव थी। हम दो राष्ट्र हैं, एक नहीं।” उन्होंने पाकिस्तानियों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को पाकिस्तान की स्थापना की कहानी सुनाएं ताकि राष्ट्रीय पहचान बरकरार रहे।
मुनीर ने बलूचिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि 1,500 आतंकवादी, जैसे बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए), बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलूच रिपब्लिकन आर्मी (बीआरए), देश का भाग्य नहीं बदल सकते। उन्होंने दावा किया, “हम इन आतंकवादियों को जल्द ही करारा जवाब देंगे।” इसके साथ ही, उन्होंने कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाया और कहा कि यह पाकिस्तान की “जुगलर नस” है, जिसे वे कभी नहीं भूलेंगे।
पाकिस्तानियों के दिल गाजा के मुसलमानों के साथ धड़कते हैं: मुनीर
उन्होंने गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों से प्रभावित फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता व्यक्त की, यह कहते हुए कि “पाकिस्तानियों के दिल गाजा के मुसलमानों के साथ धड़कते हैं।” मुनीर का यह बयान भारत के उस कथन के कुछ दिनों बाद आया, जिसमें भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की थी और अवैध कब्जे वाले क्षेत्र को खाली करने को कहा था।
मुनीर का यह बयान भारत-पाक संबंधों में तनाव को और बढ़ा सकता है
मुनीर का यह बयान भारत-पाक संबंधों में तनाव को और बढ़ा सकता है। उनकी टिप्पणियां पाकिस्तान की सैन्य नीति और राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करने की कोशिश को दर्शाती हैं, लेकिन इसे भारत के खिलाफ उकसावे के रूप में भी देखा जा रहा है। यह बयान सोशल मीडिया पर भी विवाद का विषय बना, जहां इसे दो-राष्ट्र सिद्धांत को बढ़ावा देने और नफरत फैलाने के लिए आलोचना मिली।