नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभवतः पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं। दरअसल, अक्टूबर में होने जा रही शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्रध्यक्षों की बैठक के लिए पाकिस्तान सरकार पीएम मोदी को आमंत्रित कर सकती है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम एससीओ के सभी राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजेंगे। हमें उम्मीद है कि एससीओ के सभी सदस्य इसमें शिरकत करेंगे। इससे पहले कजाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस बीच जयशंकर ने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की थी।
संसद सत्र की व्यस्तता के कारण मोदी नहीं हुए शामिल
बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन की 24वीं बैठक का आयोजन तीन से चार जुलाई तक है। एससीओ में भारत, चीन, पाकिस्तान और रूस समेत नौ देश हैं। विदेश मंत्री जयशंकर इस समिट में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद सत्र की व्यस्तता की वजह से इस समिट में शामिल नहीं हो पाए।
SCO क्या है?
अप्रैल 1996 में एक बैठक हुई। इसमें चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हुए। इस बैठक का मकसद था आपस में एक-दूसरे के नस्लीय और धार्मिक तनावों को दूर करने के लिए सहयोग करना. तब इसे ‘शंघाई फाइव’ कहा गया. हालांकि, सही मायनों में इसका गठन 15 जून 2001 को हुआ। तब चीन, रूस, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने ‘शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन’ की स्थापना की।