नई दिल्ली। मुंबई में बुधवार को अब तक की दूसरी सबसे अधिक बारिश देखी गई। जुलाई में कुल मिलाकर 150 सेमी से अधिक बारिश हुई, जबकि महीना पूरा होने में अभी भी छह दिन बाकी हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने स्थिति का जायजा लिया और मुंबई, पुणे और ठाणे के संभागीय आयुक्तों और अन्य अधिकारियों से फोन पर बात की और सतर्कता बनाए रखने और बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए।
मुंबई के अलावा, महाराष्ट्र के कई अन्य इलाकों में भी पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में कहा कि आने वाले दिनों में राज्य के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित
पुणे में, गुरुवार तड़के भारी बारिश के कारण जलमग्न हुए अपने ठेले को हटाने की कोशिश करते समय बिजली का झटका लगने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। राज्य के रायगढ़ जिले में, स्थानीय प्रशासन ने भारी बारिश के मद्देनजर गुरुवार को स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी। पालघर के वाडा और विक्रमगढ़ सब-डिवीजन के लिए भी ऐसा ही आदेश जारी किया गया है।
पश्चिमी तट के दो जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने जिलों के पश्चिमी तट पर स्थित दोनों जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। इस बीच, कोल्हापुर जिले में अलर्ट जारी किया गया क्योंकि पंचगंगा नदी बुधवार को खतरे के निशान से सिर्फ कुछ इंच नीचे बह रही थी। उन्होंने बताया कि आंकड़ों के अनुसार, राजाराम बांध पर पंचगंगा का जल स्तर 42.2 फीट तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 43 फीट से 8 इंच नीचे है।
निचले इलाकों में रहनेवाले लोगों के लिए अलर्ट
पुणे जिले में जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद खडकवासला बांध से 9,400 क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा जा रहा है। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पुणे जिले में ‘घाट’ (पर्वतीय दर्रा) खंडों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट गंभीर मौसम स्थितियों की संभावना के कारण अधिकारियों के लिए तैयारी संबंधी सलाह का प्रतीक है।