बालासोर। ओडिशा के बालासोर जिले में एक कॉलेज छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर अपने शरीर पर आग लगा ली। पीड़िता, जो नीलगिरी क्षेत्र के एक कॉलेज में पढ़ती थी, गंभीर रूप से झुलस गई और उसे भुवनेश्वर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, छात्रा ने अपने बयान में कॉलेज के दो वरिष्ठ छात्रों और एक स्थानीय व्यक्ति पर पिछले छह महीनों से यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उसने बताया कि शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे हताश होकर उसने यह कदम उठाया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया है और भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (यौन उत्पीड़न) और 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज किया है। कॉलेज प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि छात्रा ने कथित तौर पर प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों को अपनी शिकायत दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बालासोर के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
घटना ने ओडिशा में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया
इस घटना ने ओडिशा में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बीजेपी की अगुवाई वाली ओडिशा सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया है। टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, और ओडिशा में यह घटना सरकार की नाकामी का सबूत है। बीजेपी ने जवाब में कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
महिला संगठनों और छात्र समूहों ने किया विरोध प्रदर्शन
महिला संगठनों और छात्र समूहों ने बालासोर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं, जिसमें कॉलेज प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़िता को न्याय की मांग की जा रही है। यह घटना ओडिशा में महिला सुरक्षा और शैक्षणिक संस्थानों में उत्पीड़न की रोकथाम के लिए प्रभावी तंत्र की कमी को उजागर करती है।