नई दिल्ली। कांग्रेस ने गांधी परिवार के लंबे समय से वफादार रहे किशोरी लाल शर्मा को अमेठी सीट से मैदान में उतारा है। केएल शर्मा इस सीट पर नए नहीं हैं बल्कि वह राहुल गांधी की अनुपस्थिति में यहां का सारा दारोमदार अपने कंधों पर लेते थे। कई हफ्तों के सस्पेंस के बाद आज सुबह कांग्रेस के फैसले की घोषणा की गई।
गांधी परिवार ने अपने खून पसीने से सींची धरती पर मुझ जैसे कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाया ये कर्ज मैं कभी नहीं उतार पाउंगा. राहुल जी का परिवार अमेठी इस बार विश्वास दिलाता है की अब गलती नहीं करेगा, कांग्रेस जीतेगी.
सोनिया गाँधी जी, प्रियंका जी और @RahulGandhi जी का आभार। #Amethi pic.twitter.com/VxXyq2mhNn— Kishori Lal Sharma Amethi (@KLSharmaAmethi) May 3, 2024
वहीं, राहुल गांधी को रायबरेली से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया है। राहुल गांधी ने 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से करारी हार के बाद अपने पारिवारिक गढ़ अमेठी से बाहर हो गए थे। बता दें, इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी की 80 सीटों में से 17 पर चुनाव लड़ेगी। बाकी 63 सीटें भारतीय सहयोगी समाजवादी पार्टी और क्षेत्रीय दलों को मिलेंगी।
जानें कौन हैं केएल शर्मा
1. किशोरी लाल शर्मा या केएल शर्मा पंजाब के लुधियाना से हैं और चार दशकों से अधिक समय से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं।
2. किशोरी लाल शर्मा पहली बार 1983 में अमेठी आए थे और तब से इस क्षेत्र में पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।
3. पार्टी सूत्रों का कहना है कि किशोरी लाल शर्मा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी सहयोगी थे। 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद गांधी परिवार के साथ उनका रिश्ता और मजबूत हो गया।
4. सूत्रों का कहना है कि केएल शर्मा ने 1999 में अमेठी से सोनिया गांधी की पहली जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे वह स।
5. सोनिया गांधी द्वारा बेटे राहुल के लिए सीट खाली करने के बाद केएल शर्मा ने अमेठी और रायबरेली में पार्टी मामलों का प्रबंधन किया था।