नई दिल्ली। आईसीसी टूर्नामेंट का इंतजार आखिरकार शनिवार (29 जून) को खत्म हुआ। रोहित शर्मा की टीम ने टी20 विश्व कप ट्रॉफी पर अपना हाथ रख दिया। भारत ने दक्षिण अफ्रीका से हार के जबड़े से जीत छीन ली और 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप को वापस घर ले आया। केंसिंग्टन ओवल में बड़े फाइनल में भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाजी की।
हार्दिक पंड्या आखिर में भारत के हीरो बने क्योंकि उन्होंने आखिरी ओवर में 16 रनों का सफलतापूर्वक बचाव किया। भारत के फिनिश लाइन पार करने के बाद हार्दिक अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख पाए। दिल छू लेने वाले क्षण में कप्तान रोहित शर्मा ने अपने मुंबई इंडियंस के कप्तान को उठा लिया। इस तरह 177 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 169 रन ही बना सकी।
विराट कोहली के 76 रन, अक्षर पटेल के 47 रन और तेज गेंदबाजों के हरफनमौला गेंदबाजी प्रयास ने भारत के आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा कर दिया। टी20 विश्व कप के इतिहास के सबसे रोमांचक समापनों में से यह मैच था। यह भारत ही था जिसने धैर्य बनाए रखा और अरबों लोगों के सपनों को साकार करने में मदद की।
भारत की बेहतरीन शुरुआत
साउथ अफ्रीका टीम को भारत ने अच्छी शुरुआत नहीं करने दी। दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने रीजा हैंड्रिक्स को बोल्ड कर दिया। तीसरे ओवर में अर्शदीप ने साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्करम को ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया। वह चार रन बनाकर आउट हो गए। इस बीच क्विंटन डीकॉक ने विकेट पर पैर जमा लिए थे। ट्रिस्टन स्टब्स ने उनका साथ दिया। स्टब्स ने हालांकि अपनी ही गलती से विकेट खो दिया। वह अक्षर पटेल की गेंद पर ऑफ स्टंप के बाहर जाकर मारना चाहते थे लेकिन चूक गए और बोल्ड हो गए। स्टब्स ने 31 रन बनाए।